सुझावों के अनुसार होगी धनास मार्बल मार्केट के डीलरों की शिफ्टिंग
Shifting of dealers of Dhanas marble market will happen as per the suggestions
डीसी विनय प्रताप सिंह के साथ मार्बल डीलरों के साथ की मीटिंग
अर्थ प्रकाश/साजन शर्मा
धनास और सारंगपुर स्थित मार्बल डीलरों के स्थानांतरण के मुद्दे को लेकर वीरवार को डीसी विनय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार डिपार्टमेंट ऑफ अर्बन प्लानिंग ने इन मार्बल मार्केट के दुकानदारों को वैकल्पिक जगह पर शिफ्ट करने की योजना तैयार की है।
मीटिंग के दौरान डीलरों के साथ विभाग द्वारा तैयार की गई प्रस्तावित योजना पर विस्तार से चर्चा की गई और डीलरों से भी इस बाबत सुझाव लिए गए। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि डीलरों द्वारा दिए गए सुझावों पर नियमानुसार विचार कर अंतिम योजना तैयार की जाए ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
इससे पहले बैठक में एसडीएम (केंद्र) ने अवगत कराया कि ग्राम धनास और सारंगपुर में मार्बल मार्केट में स्थित डीलर पंजाब नई राजधानी (परिधि) नियंत्रण अधिनियम, 1952 के प्रावधानों का उल्लंघन कर रहे हैं और सिी वजह से प्रशासन ने बीते दिनों अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया था जिसके तहत कई दुकानें गिराई गई थी। इसके खिलाफ मार्बल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की थी जिस पर कोर्ट की ओर से निर्देश दिये गए थे।
इस मीटिंग में एसडीएम सेंट्रल तेजदीप सैनी, एलएओ सौरभ कुमार अरोड़ा, तहसीलदार, नगर नियोजन मनदीप ढिल्लों, एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी बैठक में मौजूद थे।
प्रशासन ने तोड़ी थी तीन दर्जन दुकानें, हुआ था जबरदस्त विरोध
धनास मार्बल मार्केट में एसडीएम सेंट्रल के नेतृत्व में एक अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया गया था। करीब तीन दर्जन दुकानें इस अभियान के दौरान प्रशासन की ओर से अवैध बताकर तोड़ दी गई थी। इस अभियान के खिलाफ मार्बल दुकानदार बड़ी तादाद में एकत्रित हो गए और उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया। मार्बल मार्केट के प्रधान विनय व इनके अन्य साथियों का आरोप था कि एक तरफ तो प्रशासन उनसे बात कर रहा है और दूसरी तरफ अतिक्रमण अभियान चला रहा है। जब धनास मार्बल मार्केट के लिए जगह भी चिन्हित प्रशासन की ओर से कर ली गई है और इसे स्थानांतरित करने की बड़े अच्छे माहौल में बातचीत हो रही है तो उस दौरान में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने का कोई औचित्य नहीं बनता। मार्बल डीलरों के साथ भाजपा के प्रधान अरुण सूद सहित कई अन्य भाजपा नेता भी जाम लगाने पहुंचे थे। उन्होंने भी अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई का विरोध किया था। बाद में दुकानदार प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट चले गए थे। अब प्रशासन ने कोर्ट के निर्देशों के बाद ही मामला सुलटाने के लिए मीटिंग बुलाई थी।